कोटद्वार। राज्य बनने के बीस साल बाद भी पवर्तीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो रखी है। पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में न तो डॉक्टर है ना ही दवाईयां जिसके चलते लोगों की असमय मौत हो रही है।
ऐसा ही एक मामला विकासखण्ड रिखणीखाल में देखा गया है। आपको बता दे कि विकास खंड रिखणीखाल के बयेला तल्ला निवासी श्रीमती स्वाति ध्यानी पत्नी राजेन्द्र प्रसाद ध्यानी को विगत 28 जून को प्रसव हेतु रिखणीखाल के स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करवाया गया था। जहां महिला का मृत अवस्था में बच्चा भी हुआ। विगत 29 जून को महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उपचार के लिए राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि महिला की मौत अत्यधिक रक्तस्राव होने से हुई है। बताया जा रहा है कि महिला की शादी करीब डेढ साल पहले हुई थी, तथा महिला का पहला बच्चा था। मृतक महिला का पति देहरादून में प्राइवेट नौकरी करता है। परिजनों का कहना है कि यदि महिला को समय रहते ही सही उपचार मिल जाता तो महिला की जान बच सकती थी।