एसटीएफ की नोएडा टीम ने अलीगढ़ हाइवे पर खूंखार घुमंतू जाति गैंग के बदमाश बबलू को एक मुठभेड़ में मार गिराया. बबलू ने अपने साथियों के साथ मिलकर साल 2016 में हाइवे पर लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था. साथ ही मां-बेटी के साथ गैंगरेप भी किया था. जिससे पूरा देश दहल गया था. बबलू को उस कांड का मुख्य आरोपी बताया जाता है.
2-3 जुलाई की दरमियानी रात नोएडा एसटीएफ टीम को बबलू के खिलाफ सुराग मिला था. टीम अलीगढ़ हाइवे पर पहुंची और बबलू के गैंग से उनकी मुठभेड़ हो गई. एनकाउंटर में गैंग के बदमाश बबलू को गोली लगी, जिसे अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बबलू पर अलीगढ़ और बुलंदशहर में 10 संगीन मामले दर्ज हैं. इन्हीं मामलों में बबलू वांटेड चल रहा था. बबलू पर अलीगढ़ से 50 हजार और बुलंदशहर से 5 हजार का इनाम घोषित था. बबलू और इसके साथी हाइवे पर गाड़ियों का टायर पंचर कर लूट और महिलाओं के साथ बलात्कर जैसी वारदातों को अंजाम देते थे. 2016 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हाईवे-91 पर इन लोगों ने ऐसी ही घटना के दौरान मां-बेटी के साथ गैंगरेप किया था.
यूपी पुलिस से इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई के हवाले कर दी गई थी. एनकाउंटर के बाद सीबीआई की टीम ने यूपी एसटीएफ से संपर्क साधा है. सीबीआई ने बबलू से जुड़ी तमाम जानकारी मांगी है. साथ ही सीबीआई ने एसटीएफ को बताया कि एनकाउंटर में मारा गया बबलू सीबीआई का वांटेड अपराधी था.