मोहम्मद यासीन
उधम सिंह नगर : उधम सिंह नगर के सितारगंज में एक विवाहिता के फांसी लगाने के बाद सुसाइड नोट में बड़ा खुलासा हुआ है। विवाहिता दामिनी ने आत्महत्या के लिये मजबूर करने के लिये पति, ससुरालजन, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को सुसाइड नोट में अंकित कर जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट में अंकित पति व उसके परिवार के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया है।
जबकि सुसाइड नोट के अन्य आरोपी खुलेआम घूम रहे है। इसके बाद बाद फांसी पर झूली दामिनी को कैसे इंसाफ मिलेगा। हालांकि पुलिस सुसाइड नोट की फारेंसिक जांच कराकर मामले की तहकीकात करने की बात कह रही है। जब कि इसी घटना में एक 10 पेज़ की जुर्म की डायरी भी बरामद हुई है जिसमे उसकी जीवन कथा लिखी है। मृतिका दामिनी ने इस डायरी में उसके साथ हुए जुर्म की कहानी लिखी हैं।
बता दें, किच्छा रोड के गणेश मंदिर निवासी दामिनी उर्फ आंचल पत्नी दीपक कुमार ने आत्महत्या से पहले मरणासन्न लिखित बयान देकर पति, ससुराली, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को आत्महत्या के लिये जिम्मेदार ठहराकर फांसी का फंदा गले में डाल लिया। जिसके बाद दामिनी की मौत हो गई।
दामिनी के पास से मिले सुसाइड नोट में उसकी जिदंगी की दर्द भरी कहानी लिखी हुई है। मृतिका ने मायके वालों से इस तरह के लोगों को नहीं छोड़ने की अपील भी की है। सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने कहा कि पति दहेज के लिये बहुत मारता-पीटता था।
सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने खुद को बहुत ही मजबूर दिखाते हुये आत्महत्या करने की बात कही है। मायके वालों से सॉरी बोला। और अपने हारने की बात कही। कहा कि वह जीते जी कुछ नहीं कर सकी।
सुसाइड नोट में दामिनी ने कहा कि ’’संजय गोयल अंकल ने घर तो बसवाया पर साथ दीपक का दिया। पक्ष उसी का लिया आज तक’’ दामिनी के सुसाइड नोट में इस बात का खुलासा होने के बाद व्यापारी नेता संजय गोयल भी दामिनी के आरोपी ससुराल वालों की श्रेणी में आ गये है।
वहीं, एसपी सिटी देवेंद्र पींचाने बताया कि इस घटना में मामला पंजीकृत कर लिया है और सुसाइड नोट ओर 10 पेजो के जुर्म की डायरी को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया। पुलिस ने दामिनी की मां की तहरीर पर पति, ससुरालियों, ननद, नंदोई के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है।
भले ही दामिनी फिल्म की फिल्मी दुनिया की दामिनी को इंसाफ मिल गया हो लेकिन रियल लाइफ की इस दामिनी को इंसाफ नही मिल पाया है। अब देखना ये होगा कि दामिनी के द्वारा लिखी गयी जुर्म डायरी में अंकित लोगो को सजा मिल पाएगी या फिर रियल दामिनी को इंसाफ नही मिल पायेगा अब देखने बाली बात होगी कि कब तक दामिनी के आरोपियो को सजा मिल पाएगी।