उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लेह-लद्दाख सीमा पर ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा निवासी देव बहादुर की शहादत पर उन्हें नमन करते हुए परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। शोक संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए गोरखा रेजीमेंट के 24 वर्षीय जवान करन देव के परिजनों के साथ सरकार हमेशा खड़ी रहेगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ किच्छा के गौरीकला में शहीद के घर पहुंचे। परिजनों को सांत्वना दी।
शहीद जवान देव बहादुर का लद्दाख में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गए। शहीद का अंतिम संस्कार आज पैतृक गांव में किया जाएगा। देव 4 साल पहले ही गोरखा रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। शहीद के भाई ने बताया कि जमीन में बिछी माइन में हुए विस्फोट की चपेट में आकर उनका भाई शहीद हुआ है।
किच्छा क्षे़त्रांगत गाँव गौरीकला में शेर बहादुर अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके 3 बेटे और 1 बेटी हैं। बड़ा बेटा किशन बहादुर ग्वालियर में आर्मी में तैनात है, जबकि दूसरे नंबर का बेटा देव बहादुर वर्ष 2016 में गोरखा रेजीमेंट में भर्ती होने के बाद वर्तमान में लद्दाख में तैनात था।
शनिवार देर रात देव बहादुर के एक हादसे में गंभीर रूप से घायल होने की सूचना परिजनों को ग्राम प्रधान लक्ष्मी यादव से मिली। सेना के अधिकारियों से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने देव बहादुर की शहादत की खबर दी।