उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में इस साल बारिश सबसे अधिक हुई है। भारी बारिश के कारण जनपद के कई इलाकों में जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। पिथौरागढ़ में कुछ दिनों पहले भी बारिश ने तबाही मचाई थी। शुक्रवार की देर रात हुई भारी बारिश ने पिथौरागढ़ जनपद में खूब तबाही मचाई है। मुनस्यारी जिले में रातभर इतनी तेज बारिश हुई कि ग्रामीण खौफ के कारण पूरी रात सो ही नहीं पाए। मुनस्यारी के राथी गांव में बरसाती नाले का पानी घरों में घुस गया। साथ ही ढीलम, जौल ढुंगा, धापा, राथी बलसनकोट, सेरा कैठी और सेवला गांवों के लोगों के घरों को भी बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है।
मुनस्यारी, दरकोट, मदकोट, पिथौरागढ़ को जोड़ने वाली सड़क बह गई। इसी मार्ग से धापा के पास मिलम होते हुए चीन सीमा से लगे गांवों तक जाया जाता है। मुनस्यारी दरकोट सड़क 20 मीटर टूट गई है। चंपावत जिले में भी टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे पर सड़क टूट गई है। यहां बारिश से भू कटाव हुआ है। खेत भी मलबे से पट गए हैं। स्वांला के पास बारिश से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। टनकपुुर पूर्णागिरी मार्ग पर किरोड़ा नाला उफान पर है। यहां आवाजाही बंद है। पूर्णागिरी में चट्टान दरकने से एक दुकान मलबे मेड दब गई।