उत्तराखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर को मद्देनजर रखते हुए जांचों का दायरा बढ़ाने के लिए निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 की जांच के लिए अधिकतम दरें निर्धारित कर दी हैं। अब निजी प्रयोगशालाएं सरकारी और निजी अस्पतालों की ओर से भेजे गए कोरोना नमूनों पर 2000 रुपए और स्वयं लिए गए नमूने की जांच के लिए 2400 से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकेंगी।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने इसके आदेश जारी किए। राज्य में अभी तक सरकारी और निजी लैब में जांच के लिए 4500 रुपये प्रति नमूने की दर निर्धारित थी। सरकारी अस्पतालों में ये जांच निशुल्क थी, जबकि निजी लैब में मरीज को ही जांच का खर्च उठाना पड़ता है। केंद्र सरकार ने हाल ही में राज्यों को अपनी स्थिति के अनुसार जांच की दरें कम करने को कहा था। दिल्ली और उत्तर-प्रदेश ने इस कड़ी में जांचे नए सिरे से तय कर दी थी। अब इसके बाद उत्तराखंड सरकार ने भी निजी लैब्स में कोरोना जांच की दरें निर्धारित की हैं।
सचिव स्वास्थ्य ने शुक्रवार को इसका आदेश भी जारी कर दिया है। आदेश के तहत निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना संक्रमण की पहली जांच के लिए अधिकतम 2400 रुपए और सरकारी या निजी अस्पताल द्वारा प्रयोगशालाओं को भेजें गए सैंपल जांच की दर जीएसटी समेत 2000 रुपये होगी। जांच के खर्च में कमी आने से जांच का दायरा बढ़ेगा और अधिक से अधिक लोग खुद भी निजी लैब में जांच कराने पहुंचेंगे।