उत्तराखंड : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत और जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई हैं। जिसके बाद उन दोनों का बेस चिकित्सालय में रैपिड टेस्ट किया गया जहाँ उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को एसटीएच में भर्ती किया गया है। संक्रमित होने से पहले दोनों नेताओं के पार्टी समारोहों में शामिल होने और इस दौरान कई दौरों में रहने के चलते पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीँ प्रशासन की टीम इन दोनों नेताओं के संपर्क में आए लोगों की तलाश में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि, भाजपा के तमाम कार्यक्रमों में सक्रिय रहने के दौरान प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत को 14 जुलाई को बुखार की शिकायत हुई थी। इसके बाद वह शहर के एक होटल में सेल्फ क्वारंटाइन हो गए थे। शनिवार को उनका बेस अस्पताल में रैपिड टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव आ गया।
वहीं, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट भी चार दिनों से बुखार पीड़ित थे। वे भी घर में सेल्फ क्वारंटाइन चल रहे थे। शनिवार को बिष्ट भी बेस अस्पताल में कोरोना जांच को रैपिड टेस्ट कराने पहुंचे। बेस अस्पताल के पीएमएस डॉक्टर हरीश लाल ने बताया कि दोनों नेताओं की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। उन्हें डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। प्रशासन की टीम ने अब उनकी ट्रेवल हिस्ट्री के साथ कांटैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है।
सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने बताया कि दोनों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद जरूरी हुआ तो भाजपा दफ्तर सील किया जाएगा। वहीं दो बड़े नेताओं को कोरोना होने के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में खलबली मच गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने प्रदेश प्रवक्ता और जिलाध्यक्ष की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पार्टी का कुमाऊं संभाग कार्यालय 10 दिन के लिए बंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं को यह भी निर्देश दिए हैं कि 10 दिन में दफ्तर पूरी तरह सेनेटाइज किया जाए। इस दौरान किसी भी कार्यकर्ता की दफ्तर में आवाजाही नहीं होगी।