वृहस्पतिवार को हुई उत्तराखंड कैबिनेट मंत्रियों की बैठक में बसों का किराया दोगुना करने पर मुहर लगा दी गई है। वहीं वॉल्वो बसों का किराया तीन गुना तक बढ़ाया गया है। कैबिनेट बैठक के दौरान अन्य कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
त्रिवेंद्र सरकार ने राज्य में 50 फीसदी सवारियों के साथ बसों के संचालन की अनुमति दी है। साथ ही अब सभी रूटों पर यात्रियों से दोगुना किराया वसूला जाएगा। हालांकि, बसों के किराए में बढ़ी हुई ये दरें सिर्फ तभी तक प्रभावी रहेंगी, जब तक राज्य में महामारी एक्ट लागू रहेगा। महामारी एक्ट हटने के बाद किराया वापस से कम कर दिया जाएगा। इस बात की जानकारी शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने दी है।
कोरोना महामारी के चलते बसों में सोशल डिस्टेसिंग के मानकों के अनुसार 50 फीसदी यात्रियों के साथ ही बसों का संचालन किया जाएगा। बस संचालकों ने 50 फीसदी यात्रियों के साथ सामान्य किराया दरों पर घाटा होने की स्थिति में असमर्थता जताई थी। ऐसे में सरकार को बसों का किराया दोगुना बढ़ाना पड़ा है। साथ ही यात्रियों को इस दौरान टैक्सी का सहारा लेना पड़ रहा था, जो उन्हें बस के मुकाबले काफी महंगा पड़ रहा है।
नई किराया दर:
प्रदेश में मैदानी क्षेत्रों में साधारण (नॉन डीलक्स) बसों का किराया 1.05 रुपए प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 2.10 रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में 1.50 रुपए प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर किराया 3 रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
वहीं थ्री बाय टू सीटर AC बसों में किराया 1.25 गुणा और टू बाय टू सीटर AC बसों में 1.9 गुणा बढ़ाया गया है। जबकि सुपर डीलक्स AC (वॉल्वो) बसों में किराए में 3 गुने तक वृद्धि की गई है।
वहीं सिटी बसों में किराए में की गई वृद्धि दरें निम्न प्रकार से है:
पहले दो किमी – 07 से बढ़ाकर 14 रु
दो से छह किमी – 10 से बढ़ाकर 20 रु
छह से 10 किमी – 15 से बढ़ाकर 30 रु
10 से 14 किमी – 20 से बढ़ाकर 40 रु
14 से 19 किमी – 25 से बढ़ाकर 50 रु
19 से 24 किमी – 30 से बढ़ाकर 60 रु
24 से 29 किमी – 35 से बढ़ाकर 70 रु
29 किमी से अधिक- 40 से बढ़ाकर 80 रु