कोटद्वार। शैलशिल्पी विकास संगठन द्वारा भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की 192 वीं जयन्ती बड़े धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी।
मंगलवार को महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती मनाते हुए संगठन के विकास कुमार आर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड में सावित्री बाई फुले नाम से दो विद्यालय स्थापित होने चाहिए ताकि उत्तराखण्ड के जन-मानस में माता सावित्री बाई के प्रथम महिला शिक्षिका होने के गौराव का पता चल सके, बैठक में सन् 18वीं शताब्दी को क्रान्तिकारियों के जन्म का युग कहा हैलॉड मैकाले के द्वारा शिक्षा के द्वार खुल जाने पर भारत वर्ष में एक अनोखी क्रान्ति के युग का प्रारम्भ हुआ जिसकी शुरूआत महात्मा ज्योतिबा राव फुले उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले और अनकी क्रान्ति का अनोखा और विराट रूप भारत रत्न बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के नाम आज सम्पूर्ण भारत ही नहीं पूरा विश्व परिचित है। इस मौके पर वृजेन्द्र आर्य, अनूप पाठक धीरज बछवाण, श्रीमती मीना बछवाण, जय देव आर्य, मनवर लाल भारती, श्रीमती विनीता, केशराम निराला, दिलबर शाह, विनोद कुमार, शूरवीर खेतवाल, श्रीमती प्रीती देवी, श्रीमती कविता भारती आदि मौजूद रहे।
संगठन ने धूमधाम से मनाई सवित्री बाई फुले की जयंती

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