उत्तराखंड : लद्दाख सीमा पर शहीद हुए सैनिक देव बहादुर थापा का पार्थिव शरीर आज उनके गांव सुबह 07 बजकर 25 मिनट पर पहुंचा। पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही शहीद के घर में कोहराम मच गया। गांव में एम्बुलेंस के पहुंचते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग शहीद की एक झलक पाने के लिए लालायित थे। बाइक पर सवार युवा तिरंगे के साथ जब तक सूरज चांद रहेगा, देव तेरा नाम रहेगा, दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए आदि नारो के साथ आगे आगे चल रहे थे। सड़क के दोनों ओर लोगों की लंबी कतारें थीं। महिलाएं छतों से पार्थिव शरीर देखने के लिए खड़ी थीं। विधायक राजेश शुक्ला शव के साथ चल रहे थे।
यहां से शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव गौरीकला पहुंचा, जिसके बाद प्राथमिक स्कूल में अंतिम दर्शन के लिए शहीद की पार्थिव देह रखी गई। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय और देव तुम अमर रहो के नारों के साथ शहीद को श्रद्धांजलि दी।
लद्दाख से सेना का वायुयान शहीद का पार्थिव देह लेकर मंगलवार को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली रवाना हो गया था। शहीद देव बहादुर की अंत्येष्टि कनकपुर और राघवनगर के मध्य बने श्मशान घाट पर होगी।