आशाराम पोखरियाल
थलीसैंण : पूरे देश में कोरोना के कहर की रोकथाम के कारण किये गये लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की नौकरी चली गयी, जिस वजह से लोग ने हजारो की संख्या में अपने गांव की ओर रूख किया है, जहां लोगों ने खेती कर स्वरोजगार को अपनाया है, वहीं जंगली जानवरों जैसी अनेक समस्या उनके इस साहस को तोड़ने का कार्य कर रही है। गौरतलब है कि विकासखण्ड थलीसैंण के चौथान पट्टी के ग्राम देंड़ा निवासी सोवन सिंह लॉकडाउन के कारण नौकरी चले जाने के बाद अपने गांव वापस आया था। जहां पर उसने बंजर पड़ी भूमि को उपजाऊ बनाकर आलू की खेती कर स्वरोजगार अपनाने का कार्य शुरू कर दिया।
परन्तु विगत दिनों जंगली सुअरों ने देर रात खेतो में लगे आलू की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया। जिस कारण सोवन को निराशा का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं सोहन जैसे कई प्रवासी है जो अपने गांवों में आकर पुन: स्वरोजगार को अपना रहे है परन्तु इन लोगों के सामने जंगली जानवरों का आतंक सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न कर रहा है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता बलवीर जैन्तवाल ने कहा है सुअरों द्वारा सोवन सिंह की खेती पुर्णत: नष्ट कर दी गयी है, जिस कारण उसके सामने आर्थिकी का संकट मंडराने लगा है। उन्होने सरकार से इस ओर उचित कार्यवाही करते हुए सोवन सिंह को मुआवजा दिये जाने की अपील की है।