पौड़ी। क्षेत्रीय विधायक महंत दिलीप रावत और जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की संयुक्त अध्यक्षता में बहुउद्देश्यीय शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 47 शिकायते प्राप्त हुई, जिसमें से 17 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
बुधवार को धुमाकोट तहसील परिसर में आयोजित बहुउद्देश्यीय शिविर में क्षेत्रीय विधायक महंत दिलीप रावत और जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने समस्त स्टालों का निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोगों को योजनाओं की जानकारी तथा योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। इस दौरान विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि लोगों की छोटी-छोटी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही निस्तारित करना चाहिए तथा इस तरह के शिविर में केवल बड़ी और बहुत सारे विभागों से संबंधित समस्या ही आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में नियमानुसार ग्राम सभा की बैठक होती रहनी चाहिए और ग्राम सभा में नियमानुसार कार्यवाही का विवरण भी पढ़ना चाहिए। विधायक ने कहा कि पेयजल से संबंधित अधिकतर समस्याएं सामने आ रही है, इसलिए अधिकारी सुनिश्चित करें कि जहां-जहां पर पेयजल की समस्याएं हैं उनको शीघ्रता से निस्तारित करें। उन्होंने कहा कि लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी किस तरह से लेनी है इसकी जानकारी नहीं होती, इसलिए लोगों को सही-सही जानकारी और जागरूकता से संबंधित बातें भी साझा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि भी अपने स्तर पर लोगों की उनके स्तर की समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्रियता दिखाएं। विधायक ने कहा कि सरकार का लक्ष्य लोगों की समस्याओं को उनके द्वार पर ही निस्तारित करना है और इस तरह के बहुउद्देशीय शिविर फिर से आयोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विधायक ने कहा कि लोगों को रजिस्ट्री इत्यादि से संबंधित कार्यों की सुविधा के लिए प्रत्येक माह की 15 तारीख और 30 तारीख को उप रजिस्ट्रार धुमाकोट में तैनात रहेंगे। उप रजिस्ट्रार की अनुपस्थिति में तहसीलदार यह कार्य देखेंगे जिससे लोगों को अपने कार्य करवाने के लिए दूर ना जाना पड़े। जिलाधिकारी ने कहा कि बहुउद्देश्यीय शिविरों के माध्यम से लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया जाता है, जिससे लोगों को मुख्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी जन समस्याएं लोगों के माध्यम से प्राप्त हुई है, उनका निर्धारित समय अवधि के भीतर निस्तारण करना सुनिश्चित करें तथा निस्तारित कार्यवाही का विवरण भी प्रस्तुत करें। उन्होंने सभी जन समस्याओं को गंभीरता से निस्तारित करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जन समस्याओं से संबंधित किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ब्लॉक प्रमुख नैनीडांडा विकासखंड प्रशांत कुमार ने विधायक और जिलाधिकारी द्वारा लगाए गए शिविर के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा समय-समय पर इस तरह के शिविर आयोजित करने की मांग की, ताकि लोगों की समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही निस्तारित किया जा सके। बहुउद्देशीय शिविर में कुल 47 शिकायते प्राप्त हुई, जिसमें से 17 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। अधिकांश शिकायतें लोनिवि, पेयजल, वन विभाग, राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास, बाल विकास, समाज कल्याण, पंचायती राज, राजस्व विभाग की रही। प्रमुख शिकायतों में अपोला ओर धोरी गांव में पेयजल की समस्या, ग्राम धोला में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत सड़क निर्माण, पलासी गांव में किसान सम्मान निधि और पेंशन से संबंधित शिकायतें, डंडधार में जल जीवन मिशन के अंतर्गत कुछ स्थानों पर पेयजल की लाइन खुली बिछाई जाने के अतिरिक्त पेंशन, आंगनवाड़ी टीएचआर तथा स्वास्थ्य समस्याओं इत्यादि से संबंधित अधिकतर शिकायते प्राप्त हुई। जिस पर जिलाधिकारी ने जमणधार में आवारा पशु छोड़े जाने के संबंध में खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि संबंधित लोगों पर कार्यवाही करें तथा ग्राम सभा की खुली बैठक करवाते हुए कृत कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विधायक और जिलाधिकारी ने जीआईसी हल्दूखाता के बच्चों द्वारा स्कूली बच्चों द्वारा बनाए गए विज्ञान के मॉडल का भी अवलोकन किया तथा बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल की प्रशंसा की करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। आयोजित शिविर में समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग, पेयजल, जल संस्थान, बाल विकास, मत्स्य, राजस्व विभाग, वन विभाग, कृषि, उद्यान विभाग सहित विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाया गया। स्टाल में लोगों को योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ कृषि यंत्र वितरण, स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाईयां वितरण, समाज कल्याण सम्बंधित पेंशन, पशुपालन विभाग द्वारा गोवंशों को दवाई वितरण, बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरण, पूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड बनाना सहित अन्य विभागों द्वारा भी अपनी विभागीय योजनाओं की जानकारी क्षेत्र की जनता को दी गई। इस मौके पर जेष्ठ उपप्रमुख नैनीडांडा ललित सिंह, उपजिलाधिकारी धुमाकोट स्मृता परमार, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी, स्थानीय कार्मिक तथा आम जनमानस उपस्थित रहे।