कोटद्वार। स्व0 सरोजनी देवी लोक विकास समिति द्वारा अंग्रेजी दवा बेचने वाले विक्रेता द्वारा छुट्टे पैसे की किल्लत का बहाना बनाकर रोगियों का शोषण किये जाने पर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया।
शनिवार को एसडीएम को ज्ञापन देते हुए समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि इन दिनों वायरल फीवर नगर में संक्रमक रोग की तरह फैल रहा है। यदि बुखार से तड़पता रोगी सुबह चिकित्सालय खुलने तक राहत पाने के लिए रात्रि के समय मेडिकल स्टोर से बुखार की दो गोलियां लेने के लिए दस रूपये का नोट देता है तो दवा विक्रेता मानवीय संवेदनाओं को ताकपर रखकर छुट्टे पैसे की किल्लत का बहाना बनाकर आठ रूपये की टॉफियां लेने का दबाव बनाकर आर्थिक शोषण करना चाहता है। टॉफिया न लेने पर बुखार से तड़पते आम रोगियों को बिना दवा घर वापस लौटना पड़ता है। जबकि रात्रि के समय इन दवा विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में छ्ट्टे पैसे उपलब्ध होते है। लेकिन ऐसे दवा विक्रेताओं के लिए धन लोलुपता की प्रतिस्पर्धा में प्राण रक्षा महत्वहीन है। कहा कि जैनरिक दवाओ के ही समकक्ष गुणवत्ता वाली अंग्रेजी दवाओं की आसमान छूती कीमतनों से आम रोगी पहले ही परेशान है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि कोटद्वार स्थित एक मेडिकल स्टोर द्वारा इसी प्रकार के दुव्र्यवहार के कारण स्वयं मुझे बुखार से तड़पते हुये जोखिम पूर्ण अवस्था में किसी तरह रात गुजारनी पड़ी। उन्होने उपजिलाधिकारी से इस ओर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया

Read Time:2 Minute, 20 Second