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कोटद्वार : वन मंत्री डा0 हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में कार्बेट फाउंडेशन बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी। बोर्ड बैठक में कार्बेट की समितियों को बीस प्रतिशत धनराशि दिये जाने, फाउडेशन में कार्यरत कर्मचारियों को उपनल एवं युवाकल्याण विभाग के बराबर वेतन दिये जाने, जीव जंतु संघर्ष में मृतकों को पांच लाख रूपये की धनराशि दिये जाने, बंग्लों को किराया बढाये जाने सहित कई निर्णय लिये गये। वन एवं पर्यावरण मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने कार्बेट फाउंडेशन बोर्ड में लिये गये निर्णयों की पत्रकारों को जानकारी देते हुए का कि कार्बेट नेशनल पार्क के निकट रहने वाली समितियों को अब कार्बेट की कमाई की बीस प्रतिशत धनराशि दी जायेगी।
वन मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने कहा कि कार्बेट फाउंडेशन के द्वारा पाखरो गेस्ट हाउस को पहाड़ी शैली में विकसित किया जायेगा, जिसके लिए दो करोड़ की धनराशि स्वीकृत करवा दी गयी है। उक्त धनराशि से पाखरों से आगे मोरगढ़ी में झील का निर्माण करवाया जायेगा, ताकि उक्त झील में जंगली जानवर पानी पी सके। साथ ही झील को आकर्षक बनाने के लिए झील के चारो तरफ घास उगाई जायेगी। जहां पर तीन बडे कॉटेज भी बनाये जायेगे। साथ ही रामनगर के बंग्लों को पूरी तरह से इको फ्रैंडली बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत कर दी है। कहा कि सिद्धबलि बैरियर के निकट बने वन विभाग के रिसेप्सन सेंटर को भी आधुनिकतम स्वरूप प्रदान करते हुए कार्बेट से सम्धधित लाइबे्ररी, दुर्लभ चित्रों से सुस्सजित किया जायेगा।
वन मंत्री ने कहा कि वर्तमान में कोरोना संकट का पर्यटन भी गहरा दुष्प्रभाव पड़ा है, पिछले वर्ष कार्बेट की सैर करने के लिए 2 लाख 98 हजार पर्यटकों की तुलना में इस साल 1 लाख 65 हजार पर्यटक कार्बेट पार्क की सैर करने आये है। उन्होने कहा कि अब भारत सरकार ने पाखरो में टाइगर सफारी की भी अनुमति प्रदान कर दी है, टाइगर सफारी में भी छह टाइगरों की रखने की अनुमति मिलने से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगा। उन्होंने लालढांग चिल्लर खाल मोटर मार्ग के शीघ्र निर्माण की बात करते हुए कहा कि उक्त मार्ग के निर्माण के लिए भारत सरकार से मानकों में शिथिलीकरण करने की मांग की गयी है। कहा कि उक्त मार्ग को दो चरणों में बनाया जायेगा।
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