लोक संहिता प्रतिनिधि
कोटद्वार : प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने विधानसभा कोटद्वार मेंं नदियों में बगैर वैज्ञानिक सोच से कराये जा रहे अनियोजित खनन तथा अनावश्यक रूप से खोले जा रहे शराब के ठेकों के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सहित प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहरया है, कहा कि नदियों में मानकों के विपरीत हो रहा अनियंत्रित खनन सहित शराब एवं मादक पदार्थो की बिक्री के चलते कानून व्यवस्थाओं की उड़ती धज्जियां एवं जनमानस की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर बगैर वैज्ञानिक सोच के आधार पर कराये जा रहे अनियंत्रित खनन से पर्यावरण को भारी खतरा हो रहा है, साथ ही क्षेत्रीय जनता के हितों पर भी डाका डाला जा रहा है, जिससे जनता आहत हो रही है। पूर्व काबीना मंत्री ने वर्तमान जनप्रतिनिधि की कार्यप्रणाली पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शासन स्तर पर जब खनन की स्वीकृति एवं शराब के ठेके की स्वीकृति दी जा रही थी, तब जनप्रतिनिधि क्यों मौन धारण किये हुए थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि की सहमति से सरकार कोई भी योजना उस क्षेत्र में लागू नहीं करती है।
पूर्व काबीना मंत्री ने कहा कि एक तरफ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का खतरा बना हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में मादक पदार्थो की बिक्री होने से कानून व्यवस्था ध्वस्त हो जाने से जनता अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र को नशामुक्त बनाने का वायदा करने वाले जनप्रतिनिधि अब जगह-जगह शराब के ठेके खोलवा रहे है। जबकि शराब एवं मादक पदार्थो की बिक्री के विरोध में ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन भी किया जा रहा है, लेकिन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के द्वारा जनभावनाओं का अपमान किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने शासन से जनता के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए समस्याओं का निदान करने की मांग की है।