कोटद्वार : जंगल से लगे आबादी वाले इलाकों में हाथियों की बेखौफ आवा जाहि से ग्रामीण परेशान हैं। वन विभाग हालांकि हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हाथी फिर से आबादी वाले इलाकों मे घुस जा रहे हैं। ऐसा इसलिए भी है क्यूंकि, उत्तराखंड का कोटद्वार शहर दो नेशनल पार्कों से घिरा हुआ है, एक तरफ इसके कॉर्बेट नेशनल पार्क है तो दूसरी तरफ राजाजी नेशनल पार्क, जिस कारण जंगली जानवरों खासतौर पर जंगली हाथियों का आबादी वाले क्षेत्र से गुजरना स्वभाविक है। जिस कारण कोटद्वार के सनेह क्षेत्र समेत घाड़ क्षेत्र के पुलिंडा आदि इलाकों में आये दिन जंगली हाथियों की गूंज अक्सर सुनायी देती है।
तो इसी बीच एक बार फिर जंगली हाथियों के झुण्ड द्वारा कोटद्वार के ग्रास्टनगंज क्षेत्र में आतंक मचाये जाने की ख़बर सामने आई है। जहाँ स्थानीय ग्रामीण धनवीर सिंह ने बताया कि कल रात करीब 2 बजे जंगली हाथियों का झुण्ड फायर स्टेशन के नजदीक खेतों में आ गया था। जहाँ हाथियों ने किसान भूपेन्द्र सिंह की धान की पौध को पूरी तरह से नष्ट करने के साथ साथ उनके आम के बगाीचे में भी फलों और वृक्षों को तोड़ डाला है, हाथियों का आतंक यहीं तक नहीे रूका, हाथियों के झुण्ड ने उसके बाद पूर्व बीडीओ कुलदीप नेगी की धान की रोपित फसल को तहस नहस कर सामने की दीवार को तोड़ते हुए वहाँ जमकर उत्पात मचाया हैै।
स्थानीय लोगों के शोर मचाये जाने से हाथियों का झुण्ड हॉर्टिकल्चर नर्सरी की ओर निकल भागे, जहाँ उन्होने नर्सरी को भी काफी नुकसान पहुचाया। आज सुबह जब करीब 8ः30 बजे जब इस बात की जानकारी वन विभाग के कर्मचारियों को मिली तो उन्होने खासा मषक्कत कर किसी तरह से हाथियों के झुण्ड को वापस जंगल की ओर खदेड़ दिया। बता दें कि हाथियों ने जंगल की ओर जाते समय जैसी ही सड़क को पार किया तो एक नाबालिग बच्ची जो कि दुकान से सामान लेकर अपने घर को लौट रही थी, अचानक हाथियों को देख दुबक गयी जिस कारण वह बाल बाल बच पाई।