आखिरकार उत्तराखंड की एसडीआरएफ टीम ने केदारनाथ से वासुकीताल-त्रियुगीनारायण में ट्रैकिंग पर गए और लापता हुए चार दोस्तों को ढूंढ ही निकाल लिया। जिसके बाद से चारों युवकों के परिवार वालों ने राहत की साँस ली है। जानकारी के अनुसार, चारों लापता दोस्तों को एसडीआरएफ ने 3 दिन बाद तोषी के जंगल से सुरक्षित निकाला और त्रियुगीनाराय़ण वापस लाए।
जानकारी के अनुसार, ये सभी दोस्त 13 जुलाई को बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आए थे और उसके बाद वासुकीताल में ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए और तभी से लापता थे। चारों लापता दोस्त हैं जिनमे से दो देहरादून और दो नैनीताल के हैं। इनमे देहरादून निवासी हिमांशु और जितेंद्र भंडारी व नैनीताल निवासी मोहित भट्ट और जगदीश बिष्ट शामिल थे। लापता युवकों की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ की पांच टीमें लगाई गई थीं। 14 जुलाई से इन युवकों खोजबीन शुरू की गई थी। मौसम की खराबी के चलते भी रेस्क्यू टीम को कई दिक्कतों का सामना करना पडा। खराब मौसम में लापता युवकों को ढूंढना एसडीआरएफ की टीम के लिए चुनौतीपूर्ण था। इसके साथ घना जंगल और स्मार्ट फोन न होने की वजह से लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा था।
जानकारी के अनुसार, बीते गुरूवार को करीब 7ः45 पर लापता युवकों से सम्पर्क हुआ लेकिन लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई। वो भी लोकेशन के बारे में नहीं बता पाए। एसडीआरएफ ने मोबाइल पर युवकों को आग जलाने और धुआं करने को कहा लेकिन घने जंगल में धुएं से भी कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सका था। दोपहर के समय इन युवकों से संपर्क हुआ। एसडीआरएफ को लोकेशन पता चलते ही तोषी के जंगल में गई और इन्हें खोज लिया गया। वहीं एसडीआरएफ को चारों युवकों द्वारा धन्यवाद दिया गया और एसडीआरए की कर्तव्यनिष्ठा को सराहा गया।
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