बीते मंगलवार को भारत और नेपाल बॉर्डर पर एक अनोखी शादी हुई। इस शादी में भारत का दूल्हा और नेपाल की दुलहन थी। जिसके लिए दार्चुला के अंतरराष्ट्रीय पुल को सिर्फ 15 मिनट के लिए खोला गया और शादी की सारी रस्में 15 मिनट के अंदर एक मंदिर में निपटाई गईं। यह शादी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ निवासी कमलेश और नेपाल के दार्चुला की राधिका की हुई। दोनों की शादी पहले 22 मार्च को होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इनकी शादी टल गई। दोनों के परिवारों ने लॉकडाउन के बाद शादी करने का फैसला किया।
कोरोना के मामलों को बढ़ता देख युवक और युवती ने शादी करने का फैसला किया। इस शादी को इंडो नेपाल बॉर्डर पर प्रशासन का सहयोग मिला। 15 मिनट के लिए युवक, युवक के पिता और 2 अन्य रिश्तेदारों को दुलहन लाने की आज्ञा दे दी गई। दूल्हा-दुल्हन ने दोनों देशों के स्थानीय प्रशासन का आभार प्रकट किया। भारत नेपाल प्रशासन की अनुमति के बाद मंगलवार को पिथौरागढ़ निवासी कमलेश चंद अपने पिता और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ नेपाल के दार्चुला के लिए रवाना हुआ। झूला पुल सिर्फ 15 मिनट के लिए खोला गया था। इसी वजह से हिंदू रीति रिवाज से 7 से 8 घंटे में होने वाली शादी महज 15 मिनट में कर दी गई।
इस विवाह में न तो फेरे हुए और न ही पिता कन्यादान कर पाए। सिर्फ दूल्हा और दुलहन ने एक दूसरे को माला पहनाई। मंदिर में ही दूल्हे ने दुलहन की मांग भरी और दोनों की शादी हो गई। दूल्हा, दुलहन को लेकर पिथौरागढ़ आ गया। इस दौरान भारत और नेपाल के जवानों ने कपल को शादी होने पर शुभकामनाएं दीं।