उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद की बंगापानी तहसील के टांगा गांव में रविवार रात को जो कहर बरपा उससे गांव पूरी तरह बर्बाद और तबाह हो चुका है। शायद ही अब टांगा गांव एक बार फिर कभी आबाद हो सकेगा। इस हादसे में अब तक 8 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। कुदरती कहर में लपता लागों को खोजने में जुटे राहत-बचाव दल को हादसे में मृतक मासूम दिव्यांश और लतिका का एक फोटो मिला, जिसने सबकी आंखें नम कर दी।
दरअसल, दिव्यांश और लतिका के पिता दोनों को मदकोट में पढ़ाने के लिए ले गए थे। वहीं कमरा लेकर रहते थे, लेकिन जैसे-जैसे कोरोना का प्रकोप बढ़ने लगा, तो वो दोनों को गांव ले गए। कोरोना महामारी के दौरान स्कूले बंद हैं। शायद अगर ये मासूम स्कूल गए होते, तो ये दोनों मासूम भी अपने स्कूल के दोस्तों के साथ खेल-कूद रहे होते। बंगापानी तहसील के टांगा गांव में जो 11 लोग लापता हो गए थे। उनमें गणेश सिंह के दो बच्चे दिव्यांश और लतिका भी शामिल हैं।
इनको खोजने के लिए लगातार खोज अभियान चलाया जा रहा है। जब मलबे से इन मासूमों को खोजते हुए उनकी फ्रेम की हुई तस्वीर निकली तो ग्रामीणों के साथ-साथ राहत-बचाव के काम में लगी एसडीआरएफ, पुलिस और अन्य कर्मियों की आंखें भी हो गई। अब तक मलबे से 8 शव निकाले जा चुके है। बाकी लापता लोगों के शव खोजने का काम जारी है।