चमोली : चारधाम यात्रा शुरू हो जाने से बदरीनाथ धाम जाने वाले यात्रियों का लामबगड़ में सवर्प्रथम स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा, फिर जांच के बाद ही अनुमति पत्र दिया जाएगा। बता दें फिलहाल बद्रीनाथ धाम में आने वाले यात्रियों के ठहरने की मनाही है, उन्हें एक दिन में ही दर्शन कर जोशीमठ वापस लौटना होगा। जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि बदरीनाथ धाम में पेयजल समेत अन्य व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं। किसी विशेष परिस्थिति में ही यात्रियों को बद्रीनाथ में रुकने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि, उत्तराखंड के सिर्फ 13 जिलों के लोग ही दर्शन हेतु बद्रीनाथ जा सकते हैं। उनकी सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से बद्रीनाथ धाम से 18 किमी पूर्व लामबगड़ पुलिस चौकी पर स्वास्थ्य जांच बैरियर लगाकर यात्रा मजिस्ट्रेट समेत पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। यात्रियों को यहीं पर स्वास्थ्य जांच के बाद अनुमति पत्र या टोकन दिया जाएगा। यात्रा व्यवस्थाएं देख रहे जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि यात्रियों को इस बैरियर पर उत्तराखंड का निवासी होने का प्रमाण दिखाना होगा।
एसडीएम ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड की ओर से ऑनलाइन टोकन बुकिंग शुरू किए जाने तक यह व्यवस्था रहेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए धाम में गढ़वाल मंडल विकास निगम का रेस्टोरेंट और तीन जनरल खुले रहेंगे। प्रशासन की ओर से अन्य दुकानों को खुलवाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। उधर, बद्रीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि धाम में दर्शनों को शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने की व्यवस्था की गई है। यात्री सिंह द्वार से मंदिर में प्रवेश कर सभा मंडप होते हुए घंटाकर्ण द्वार से बाहर आएंगे। मंदिर के अंदर सभा मंडप का आधा भाग खाली रहेगा। यहां आरती और पूजा के लिए श्रद्धालु शारीरिक दूरी के मानकों के साथ बैठेंगे।