उत्तराखंड को देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों वाले राज्यों में से एक माना जाता है। यहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से सैकड़ों श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए आते हैं। कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष चार धाम यात्रा को संचालित करना चुनौतिपूर्ण रहा है, लेकिन इन सब के बीच काफी लम्बे इंतज़ार के बाद अनलॉक २ की प्रकिया के दौरान राज्य सरकार द्वारा 1 जुलाई से राज्य के सभी लोगों के लिए चार धाम के दरवाज़े खोले जाने का फैसला लिया गया है। जिसके बाद से श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए जा रहे हैं। इसी बीच रुद्रप्रयाग से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। केदारनाथ धाम के दर्शन और बासुकी ताल त्रियुगी नारायण ट्रैकिंग पर गए देहरादून क्षेत्र के 2 और नैनीताल के 2 युवक अचानक लापता हो गए।
देहरादून के दो और नैनीताल जिले के दो युवक केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए गए थे जिस दौरान वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। वे चारों पिछले 2 दिनों से लापता हैं। जिस की जानकारी रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने दी तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया परिवार के लोग चिंतित हैं और शासन प्रशासन से इन युवकों को खोजने की मांग कर रहे हैं हालांकि एसडीआरएफ रुद्रप्रयाग को सूचना मिलते ही इन सभी युवकों की खोजबीन में एसडीआरएफ की टीम जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार यह चार युवक जिनके नाम हर्ष भंडारी मोहित भट्ट जगदीश बिष्ट और डैनी ग्रूंगे जो केदारनाथ दर्शन के साथ ही बासुकी ताल और त्रियुगी नारायण की ट्रैकिंग के लिए भी निकले थे। इनकी लोकेशन वासुकी ताल से त्रिगुणी नारायण की ओर मिली है। इन चारों युवकों के दोस्त शशांक डोभाल ने बताया कि कि वे खुद केदारनाथ और त्रियुगीनारायण पहुंचे लेकिन इनका अभी तक कहीं कोई पता नहीं चल पाया जिस कारण परिवार और क्षेत्र के लोग काफी चिंतित हैं क्योंकि इनके पास खाने- पीने व टेंट की कोई व्यवस्था नहीं है और 2 दिन से यह लोग लापता हैं।