मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज पंचायत प्रतिनिधियों से ई-संवाद किया। जिसमें वर्चुअल क्लास के लिए लगाया गया पूरा सिस्टम की फेल साबित हुआ। कई पंचायत प्रतिनिधियों से कई बार संपर्क साधने की कोशिश की गई परन्तु संपर्क नहीं हो सका । लापरवाही सामने आने के बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा और तकनीकि ख़ामियों को सुधारे जाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत योजना को सफ़ल बनाने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पंचायत प्रतिनिधियों से ई-संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया था। बता दें, कार्यक्रम नवोदय विद्यालय नानुरखेड़ा से वर्चुअल क्लॉसेज के माध्यम से किया जाना था। ई-संवाद शुरू होने के बाद जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ता गया। सिस्टम की खामियां सामने आती रही। जिसके चलते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कई पंचायत प्रतिनिधियों से जुड ही नहीं पाए।
वहीँ, इसको लेकर शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि तकनीकी खराबी के कारण ई-संवाद में दिक्कत आईं हैं । उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन दिनों से लगातार इसका ट्रायल किया गया, इस दौरान कोई दिक्कत नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि यहीं से रोजाना वर्चुअल क्लासें भी चलती हैं। उनमें कोई दिक्कत नहीं आई। यह योजना राज्य के साढ़े चार सौ स्कूलों में शुरू की गई थी, जिस पर 92 करोड़ का खर्च आया है। सिस्टम के इस तरह फेल होने से सरकारी सिस्टम पर ही कई सवाल खड़े हो गए हैं।