उत्तराखंड में कुछ समय के लिए ऐसा लग रहा था कि अब स्तिथियाँ नियंत्रण में आने लगी हैं लेकिन राज्य में कोरोना का एक बार फिर विकराल रूप सामने आने लगा है। जिसके साथ ही राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फिर से फूलते नजर आ रहे हैं। बता दें राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 4500 से अधिक हो चला है। आज ही 100 से अधिक सैन्य कर्मियों के अंदर कोरोना की पुष्टि हुई है जिसके बाद से पूरा शासन तंत्र हिला हुआ है।
राज्य में एक बार फिर कोरोना विकराल रूप धारण कर चुका है। अब तक राज्य में कोरोना के 4515 मामले दर्ज़ हो चुके हैं। जिस गति से आए दिन कोरोना के नए मामले और मृत्यु दरों में इज़ाफ़ा ज़ारी है, उसी तर्ज़ पर राज्य सरकार भी अपनी तैयारियों को और ज़्यादा मुक्कमल कर रही है। संक्रमण को देखते हुए सरकार ने एहतिहातन राज्य के 4 जिलों के 120 से ज्यादा इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया है। कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ते क्रम में है। राज्य में लगातार कोरोना से हो रही मौतें गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं।
वहीँ अगर राज्य में कोरोना से अब तक हुई मृत्यु की बात करें तो राज्य में 52 लोग कोरोना के चलते दम तोड़ चुके हैं। बता दें, कल तक मृत्यु दर 51 था जो आज बढ़ कर 52 हो गया है। दुर्भाग्यवश आज भी एक कोरोना पीड़ित कोरोना की भेंट चढ़ चुका है। हाल ही में एम्स ऋषिकेश में एक 52 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई जिसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। एम्स ऋषिकेश के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार मृत व्यक्ति 15 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद उसे एम्स ऋषिकेश भर्ती किया गया। जिसके बाद बीते 18 जुलाई को उस व्यक्ति की मौत हो गई। वहीँ इस मौत के बाद अब राज्य में कोरोना के कारण हुई मौतों का आंकड़ा बढ़कर 52 हो गया है, वहीँ स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार कोरोना से मरने वाले 52 मरीज़ों में 29 देहरादून से हैं।