कानपुर हत्या कांड : 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या का मास्टर माइंड विकास दुबे एनकाउंटर मामला तूल पकड़ने लगा है, उक्त मामले को लेकर अब कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। वांछित विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर अब सियासी दांव पेंच लगने शुरू हो गए हैं, इस एनकाउंटर ने यूपी पुलिस को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है, यही नहीं अब एनकाउंटर का यह मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दरवाज़े पर दस्तक़ दे चुका है।
बता दें, कि कांग्रेसी नेता और सामाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज की है,. शिकायती पत्र इस आधार पर दर्ज किया है कि जब विकास दुबे ने स्वयं पुलिस के सम्मुख आत्मसमर्पण कर दिया था तो एनकाउंटर की नौबत क्यों आन पड़ी.? शिकायत में दूसरी बात ये कही गई है कि एक सीसीटीवी फुटेज में साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है कि विकास दुबे पुलिस की गाड़ी टाटा सफारी में बैठा हुआ है लेकिन जो गाड़ी पलटी थी वो दूसरी थी, सवाल ये है कि पुलिस वालों को आख़िर गाड़ी बदलने की क्या ज़रूरत आन पड़ी, ऐसे कई सवाल हैं जो इस एनकाउंटर को पुलिस प्रशासन सोची समझी चाल या नाटकीय रूप प्रदान करते हैं, जिस पर सवालों का उठना लाज़मी है, इसके साथ ही विकास दुबे के आलावा उसके 5 साथी के एंकाउटर की बात भी इस शिकायत पत्र में कही गई है।
वहीँ इस मामले को लेकर पूनावाला ने यह भी आरोप लगाया है कि विकास दुबे का एनकाउंटर इसलिए भी किया गया ताकि राजनैतिक तथा पुलिस महकमे से उसके सम्बन्ध का राज ना खुल जाए। अब बात करें कि कौन है तहसीन पूनावाला तो आपको बता दें कि पुणे के नामी बिजनेस परिवार से संबंधित तहसीन पूनावाला कांग्रेस पार्टी का नेता है जो कि राजनीतिक विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता भी है. तहसीन पूनावाला की शादी रॉबर्ट वाड्रा की बहन मोनिका वाड्रा से हुई है।