उत्तराखंड निवासियों के लिए बारिश राहत नहीं बल्कि आफ़त बनकर आई है, आपको बता दें पिथौरागढ़ में बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई है, वहीँ जबकि इस कोहराम के चलते लापता हुए 9 लोगों का अभी तक पता ही नहीं चल पाया हैं. प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है। बता दें, पिथौरागढ़ में लगातार दूसरे दिन बादल फटने की घटना सामने आई है, इससे पहले कल सुबह बादल फटी थी, जिसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली थी।
वहीँ न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक बादल फटने के बाद सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है, जिले के मजिस्ट्रेट ने बताया कि सभी को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जिसके बाद हमने उन्हें आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था की है। वहीँ अब 30 घर अभी भी खतरनाक स्थिति में है, प्रशासन की कार्यवाही जारी है।
इससे पहले, उत्तराखंड सरकार ने अपनी तैयारी में बताया था कि बादल फटना, तूफान या फिर बारिश होने का सटीक पूर्वानुमान देने में अब उत्तराखंड का मौसम विभाग भी सक्षम होगा, इन घटनाओं की जानकारी विभाग को तीन घंटे पहले ही पता चल जाएगी। इसके लिए प्रदेश का पहला डॉप्लर रडार नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में स्थापित हो चुका है, टेस्टिंग होते ही जुलाई अंत से पहले यह रडार काम करना शुरू कर देगा।