शिब्बूनगर स्थित एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों के लिए समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है जहाँ छोटे बच्चे विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से नये-नये चीजों को सीखकर गर्मी की छुट्टी में अपने स्किल को और ज्यादा विकसित कर सकेंगे।
एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल के विद्यालय सभागार में विद्यालय के कार्यकारी निदेशक श्री मंयक प्रकाश कोठारी ‘भारतीय’ जी की उपस्थिति में समरकैम्प का शुभारंभ विद्यालय के प्रशासनिक निदेशक श्री विपिन जदली जी, विद्यालय की सेंटर हैड श्रीमती वीना बुलनी, एमकेवीएन सीनियर सेकेण्डरी स्कूल कण्वघाटी की उपप्रधानाचार्या श्रीमती रेखा देवी ने संयुक्तरूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस समर कैम्प मे 02 से 16 वर्ष तक के विभिन्न विद्यालयों के 100 से ज्यादा बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। उक्त समर कैम्प कि खास बात यह है कि इसमें कण्वनगरी-कोटद्वार सहित देहरादून, दिल्ली व मुम्बई से आये बच्चे भी प्रतिभाग कर रहे हैं जिससे कि बच्चों को एक्सचेंज, लर्निंग का बेहतरीन माहौल मिल रहा है।
09 दिनों तक चलने वाले इस समर कैम्प का मुख्य उददेश्य बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास को विकसित करना है। जिसमें बच्चें विभिन्न प्रकार के खेलों एवं क्रियाकलापों के माध्यम से नई-नई चीजों को सीखेंगे व ये सभी स्किल आने वाले दिनों में उनके जीवन के लिए उपयोगी होंगे। इसके तहत प्रथम दिवस पर गुरू वंदना, गायत्री मंत्रोचारण आदि के उपरांत विद्यालय के शारीरिक शिक्षक अशोक जखमोला सर ने योगासन के द्वारा बच्चों को शारीरिक शक्ति को बढ़ाने एवं आसन किस प्रकार रोगों से उनको बचाने मे मददगार होते है इस विषय में बताया गया। साथ ही बच्चों को विद्यालय की शिक्षिका दीपा मैम द्वारा श्लोकवाचन किया गया जिसे बच्चों ने भी मिलकर दौहराया। इसी क्रम में मीनाक्षी, शोभा एवं विजेता मैम द्वारा बच्चों को पुराने अखबारों के माध्यम से नये-नये खिलौने व पेपर बैग बनाना सिखाया गया। बच्चों ने समुह में बैठकर साथ मे भोजन ग्रहण किया, जिसका उददेश्य बच्चों में एकता के साथ प्रेम-भाव एवं सौहार्द की भावना को बढ़ाया जा सके। साथ ही बच्चों को विद्यालय के संगीत शिक्षक संजीव सर द्वारा वाद्य यंत्रों के साथ संगीत (इंस्ट्रूमेंटल एवं वोकल) की तालीम दी गई।
आयु वर्ग अनुसार तीन वर्गों मे जूनियर बच्चों को विद्यालय की शिक्षिकाअों द्वारा (आरीफा, निकीता व दीपा मैम) पृथ्वी के रहस्यों व विशेषकर स्पिटि वैली जो की एक शीत मरूस्थल है, के विषय में जानकारी दी गयी। साथ ही क्रेप पेपर द्वारा ओरिगामी फ्लावर मेकिंग, दादी-नानी की कहानियाँ सुनायी गयी। दिन के दूसरे भाग मे विद्यालय की डाँस टीचर साक्षी अग्निहोत्री एवं मंजू असवाल द्वारा बच्चों को ऐरोबिक्स व जुम्बा के द्वारा मांसपेशियों के निमार्ण एवं संगीत के माध्यम से मनोरजंन करते हुए डाँस करना सिखाया गया। उन्होंने बताया की जुम्बा और एरोबिक दोनो वनज कम करने और सहनशक्ति में सुधार के लिए बहुत अच्छे होते है। ऐरोबिक्स आप आसानी से खुद कर सकते है, क्योकि यह एक्सरसाइज काफी हद तक नेचुरल होती है आपको किसी की सहायता की आवश्यकता नहीं होती वहीं जुम्बा बिल्कुल अलग है जिसको करने के लिए फिजिकल क्लास और ट्रेनर की आवश्यकता होती है।
इस अवसर पर विद्यालय के कार्यकारी निदेशक श्री मयंक प्रकाश कोठारी ‘भारतीय’ जी, ने समर कैम्प मे आये हुए बच्चों को नये क्रियाकलापों को सीखने एवं उनसे अपने जीवन मे कुशल बनने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि समर कैम्प में बच्चे आत्मविश्वास, स्वतंत्रता, सामाजिक कौशल, नेतृत्व कौशल और शारीरिक फिटनेस विकसित करने में सक्षम बनते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय की उपनिदेशिका श्रीमती सोनम पंत कोठारी, विद्यालय के प्रशासनिक निदेशक श्री विपिन जदली जी विद्यालय की सेंटर हैड श्रीमती वीना बुलनी, एमकेवीएन सीनियर सेकेण्डरी स्कूल कण्वघाटी की उपप्रधानाचार्या श्रीमती रेखा देवी, आरीफा, ममता, श्री राजेन्द्र कुमार, श्री अशोक जखमोला श्री अनिल सैनी, श्री नितिश कुमार, श्री नरेश कुमार, श्री मनमोहन जदली, प्रिया कुकरेती, आदि उपस्थित रहे।
समर कैम्प में कोटद्वार सहित देहरादून, दिल्ली व मुम्बई के बच्चे भी कर रहे प्रतिभाग

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