चमोली जिले के थराली क्षेत्र में गुलदार ने 11 साल की बच्ची दृष्टिका को अपना निवाला बना लिया। बच्ची के मृत्यु के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना को लेकर गांव के लोगों में डर है साथ ही गुस्सा भी है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को मारने की मांग की।
घटना कुलसारी के गैरबारम गांव की है। जहां बीती शाम 7 बजे गुलदार ने एक बच्ची पर हमला किया उस वक्त बच्ची गौशाला में गई हुई थी, लेकिन उसे क्या पता था कि गौशाला के पास मौत उसका गुलदार की शक्ल में इंतजार कर रही है। गुलदार को मौका मिलते ही उसने बच्ची पर हमला कर दिया और उसे जंगल की तरफ खींचते हुए ले गया। जंगल के पास बच्ची की अधखाई लाश पड़ी मिली। गुलदार के आतंक से लोग सहमे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी मलतुरा के पास स्थित गांव में गुलदार ने एक बच्चे को अपना निवाला बनाया था। तब वन विभाग ने कहा था कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाएंगे, गुलदार को पकड़ेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब गुलदार ने एक और बच्ची को मार डाला। गुलदार से डरे लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे। काम के लिए खेतों के पास जाने तक से डर लगने लगा है।
ग्रामीणों ने अब इस बाघ को आदमखोर घोषित कर गांव और आसपास के इलाकों में शिकारी तैनात कर इस बाघ का शिकार करने की मांग प्रशासन से की है,तो वहीं,पूर्व दर्जा मंत्री सुशील रावत,जिला पंचायत सदस्य विनायक वार्ड भागीरथी रावत ,ब्लॉक प्रमुख नारायणबगड़ यशपाल नेगी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने मासूम बच्ची के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन से जल्द से जल्द इस बाघ को पकड़ने की मांग भी उठायी है।