मोदी सरकार ने 24 फरवरी 2019 को (पीएम-किसान) योजना की योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत सभी किसानों को साल में 6000 रुपये 3 किस्तों में मिलते हैं। इस योजना का ऐलान 1 दिसंबर 2018 हो हुआ था। इस योजना की रकम सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत अगर किसान के पास 2000 रुपए की किस्त नहीं आई तो इसके लिए परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में पूरा पैसा अगली किस्त आपके बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर हो जाएगा।। रकम तब भी न आए तो फिर उसे बैंक डिटेल चेक कर लेनी चाहिए। देशभर में कोरोना वायरस करण जारी लॉकडाउन के बीच पहली किस्त अप्रैल में ही जारी कर दी गई है। सरकार ने लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 9.65 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डाली है।
कृषि मंत्रालय ने कहा है कि पीएम-किसान के तहत 24 मार्च से अब तक 9.65 करोड़ किसान परिवारों के खातों में 19,100.77 करोड़ रुपये की राशि डाली गई है।’’ ये कार्य लॉक डाउन के बाद तुरंत शुरू कर दिया था। और खरीफ यानी गर्मियों में बोई जाने वाली फसलों के आंकड़ों का ब्योरा देते हुए कृषि मंत्रालय ने कहा कि अभी तक 34.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 25.29 लाख हेक्टेयर था। अभी तक दलहन की बुवाई 12.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है, पिछले साल समान अवधि तक यह आंकड़ा 9.67 लाख हेक्टेयर था। इसी तरह मोटे अनाज की बुवाई 10.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है। पिछले साल की समान अवधि में 7.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। इसी तरह तिलनह की बुवाई का क्षेत्रफफल 7.34 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.28 लाख हेक्टेयर हो गया है। और साथ ही यह भी कहा है कि लॉकडाउन के दौरान नाफेड ने 5.89 लाख टन चने, 4.97 लाख टन सरसों और 4.99 लाख टन तूअर (अरहर) की खरीद की है।