लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। झड़प मेें भारतीय जवानों की शहादत हुई। शहीदों में 16 बिहार रेजिमेंट के जांबाज अफसर कर्नल बी संतोष बाबू भी शामिल है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर (एलएसी) पर चीन के साथ हिंसक झड़प में शहीद कर्नल संतोष बाबू का पार्थिव शरीर आज हैदराबाद पहुंचेगा। शाम 4 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद कर्नल की पत्नी और बच्चे दिल्ली से हैदराबाद पहुंच गए है। उनका बाकी परिवार हैदराबाद में ही है। शहीद कर्नल संतोष बाबू केवल 37 वार्षिय थे और उसके सामने एक सुनहरा भविष्य था।
शहीद कर्नल संतोष बाबू के पिता का कहना है कि मै बहुत दुखी हूं, लेकिन सैनिक परिवार का हिस्सा होने के कारण मुझे अपने बेटे पर गर्व है। शहीद कर्नल की मां मंजुला का कहना है कि मुझे संतोष बाबू की शहादत पर गर्व है, क्योंकि वो देश के लिए कुर्बान हुआ, हालांकि दुखी भी हूं क्योंकि वो मेरा इकलौता बेटा था। इस झड़ाप में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए। इसके अलावा 4 जवानों की हालत क्रिटिकल बताई जा रही है।