कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे भारत के लिए एक अच्छी खबर है। भारत में 10 जून से रिकवर होने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या, ऐक्टिव केसों से अधिक हो गई है। 15 जून तक, करीब 1.75 लाख कोरोना संक्रमितों की रिकवर हो चुके, जबकि ऐक्टिव केसेज लगभग डेढ़ लाख है। भारत के कुल मिलाकर 18 राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना से रिकवर होने वालो की संख्या ऐक्टिव केसेज से अधिक हो गई है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना का कहर खत्म हो गया है। कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में जहां नए केसेज आने की दर घटी हैं, वहीं दिल्ली में केसेज बढ़ रहे हैं। गुजरात की हालत बेहतर हो रही है तो वहीं तमिलनाडु में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कई ऐसे राज्य हैं जहां अबतक कोरोना का कहर अधिक नहीं था। जिन राज्यों में कोरोना का कहर अधिक है तो वहीं केसेज तेजी से बढ़ रहे है, वहीं रिकवरी से अधिक ऐक्टिव केस है। जहां नए मामले कम हो रहे है तो वहीं पर रिकवर होने वालों की संख्या अधिक है।
आंध्र प्रदेश, ओडिशा और उत्तराखंड में केसेज नैशैनल एवरेज (3.8%) से थोड़ी ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि यहां रिकवर्ड की संख्या ऐक्टिव केसेज से अधिक है। आंध्र और ओडिशा में पिछले कुछ दिन से नए मामलों का आंकड़ा तेजी से ऊपर चढ़ा है। पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में ऐक्टिव केसेज की संख्या रिकवर्ड मरीजों से कहीं अधिक है। हाल के कुछ हफ्तों में इन दो राज्यों में केसेज कई गुना बढ़ गए हैं। देश के चार राज्यों- मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में कोरोना केसेज का ग्रोथ रेट नैशनल एवरेज से कम है। यहां पर रिकवर कर चुके मरीजों की संख्या ऐक्टिव केसेज से ज्यादा है। इन चारों राज्यों में नए केसेज सामने आने की दर 2% से 3% के बीच है।