देश में आज फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ही बढ़ोत्तरी। 83 दिन के बाद रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आया उछाल। ये बढ़त अभी तक पूरे देश में जारी लाॅकडाउन के कारण जारी प्रतिबंधों में छूट के बाद ईधन की मांग बढ़ने पर कच्चे तेल की कीमतों में मामूली तेजी की वजह से हुई। बता दें कि इससे पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 16 मार्च को उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया था।
दोनों ईधन की कीमत में 60 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई। अब देश की राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 71.68 रूपये से बढ़कर 72.46 रूपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह डीजल की कीमत 69.99 रूपये से बढ़कर 70.59 रूपये प्रति लीटर हो गई। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत क्रमशः 74.46, 79.60 रूपये प्रति लीटर है। डीजल की बात करे तो इन महानगरों में इसका दाम क्रमशः 66.71, 69.37 और 69.25 रूपये है।
लाॅकडाउन में धीरे-धीरे छूट दिए जाने के बाद अब निजी वाहनों और ऑटो-टैक्सी आदि को चलने की अनुमति दी गई है, जिसके चलते पेट्रोल-डीजल की मांग में अचानक वृद्धि हुई है। लाॅकडाउन के 3 चरणों तक एक तरह से सड़कों पर वाहन न के बराबर निकलते थे।
एक अधिकारी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दैनिक बदलाव की प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां नियमित अंतराल पर विमान ईधन और घरेलू रसोई गैस कीमतों में बदलाव कर रही थीं, लेकिन 16 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई थी।
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के माध्यम से जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, आपको आरएसपी और अपने शहार का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगां हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।
आपको बता दे कि प्रति दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती है। पेट्रोल और डीजल के कीमतों में एक्साइज डयूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसकी कीमत लगभग दोगुना हो जाती है।
विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल के दामों के बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रतिदिन तय करेने का काम तेल कंपनियां करती है। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल और डीजल के दामों में यह काॅस्ट भी जुडती है। देश में पेट्रोल ओर डीजल पर टैक्स 69 फीसदी हो गया है, जो विश्व में सबसे अधिक है। पिछले साल तक भारत में पेट्रोल और डीजल पर 50 फीसदी तक टैक्स था।