भारत को वृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में चुना गया है। भारत को 8वीं बार सयुंक्त संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना गया है। भारत के पक्ष में 1़92 वोटो से 184 वोट मिले है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने अपने टिृटर हैंडल से बात की जानकारी देते हुए लिखा कि सदस्य देशों का भारत को भारी समर्थन हासिल हुआ है और भारत को 2021-22 तक के लिए यूएनएससी का अस्थाई सदस्य चुना है। भारत को यूएनएससी का अस्थाई सदस्य चुने जाने के लिए मात्र 128 वोट जरूरत थी। हालांकि भारत को पहले से ही उम्मीद थी कि बुधवार को सुरक्षा परिषद चुनाव में उसे आसानी से जीत मिल जाएगी जो उसे 2021-22 के कार्यकाल के लिए गैर-स्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र उच्च-तालिका में लाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के चुने जाने पर खुशी जताई है। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता के लिए वैश्विक समुदाय द्वारा दिखाए गए भारी समर्थन के लिए दिल से आभारी हूं। भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा, लचीलापन और एकता को बढ़ावा देने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ काम करेगा।’
Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India’s membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनाव में भारत में भारत को भारी समर्थन हासिल हुआ है और देश बहुपक्षीय प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए नेतृत्व देता रहेगा और नया मार्ग प्रशस्त करेगा। चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद तिरूमूति ने एक वीडियों संदेश जारी किया, जिसमें कहा, ‘मुझे बहुत खुशी है कि भारत 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर चुना गया है। हमे भारी समर्थन हासिल हुआ और संयुक्त राष्ट्र केIndia सदस्य देशों ने भारत पर जो भरोसा जताया है उससे मैं अभीभूत हंू।’
आपको बता दें कि भारत पहली बार 1950 में गैर-स्थायी सदस्य के रूप् में चुना गया था और आज 8वीं बार चुना गया है। भारत 2021-22 के कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से गैर-स्थायी सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था।