मुंबई के एक पांच मंजिला होटल में भयंकर आग लगने के बाद उसमें रह रहे 25 डाॅक्टरों और तीन अन्य लोगों को बचाया गया। अधिकारियों ने वृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। बीएमसी ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण शहर में विभिन्न होटलों और लाॅज में डाॅक्टरों और नर्सों सहित आपात और आवश्यक सेवा के कर्मियों के रहने की अस्थायी व्यवस्था की है। इस होटल में भी ऐसी ही व्यवस्था की गई थी।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि बुधवार देर रात मेट्रो सिनेमा के नजदीक होटल फाॅच्र्यून में आग लग गई और लगभग तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। दमकल के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘आग होटल की पहली मंजिल से तीसरी मंजिल तक फैली।’’ उन्होेने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 8 गाड़ियों को भेजा गया।
उन्होनें बताया कि आग बिजली की तारों और केबलों, लाॅबी में फाॅल्स सीलिंग और होटल की पहली, दूसरी तथा तीसरी मंजिलों पर गलियारों तक ही सीमित थी। उन्होंने बताया कि जिन 25 डाॅक्टरों को बचाया गया वे एक स्थानीय हाॅस्पिटल में रेजिडेंट डाॅक्टर हैं जिन्हें होटल में अस्थायी आवास मुहैया कराया गया था जबकि तीन अन्य लोग होटल में ठहरे हूए थे।
About 25 resident doctors who were at the hotel have been evacuated safely. Firefighting & rescue operations still underway: Mumbai Fire Brigade https://t.co/wlMpPd9zDd pic.twitter.com/SrTmH5SN1g
— ANI (@ANI) May 27, 2020
आग रात को करीब 11 बजे लगी थीं अधिकारी ने बताया कि दमकल विभाग की सीढ़ियों का इस्तेमाल कर पांच डाॅक्टरों को बचाया गया। दमकल अधिकारी ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है। मुंबई सेंट्रल के निकट होटल रिपन के एक कमरे में 21 अपै्रल को आग लगी थी। बीएससी इस होटल को पृथक केंद्र के तौर पर इस्तेंमाल कर रही थी।