कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड -19) भारत में 319 जिले ग्रीन जोन में शामिल, दिल्ली-मुंबई-चेन्नई अभी भी ‘रेड’ कोरोना वायरस महामारी का संकट जैसे-जैसे बढ़ रहा है, सरकार अपनी रणनीति में बदलाव कर रही है, हर जिले और राज्य की मौजूदा स्थिति के अनुसार आगे की राह तैयार की जा रही है, अब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 3 मई के बाद यानी अगले हफ्ते के लिए जिलों को अलग-अलग हिसाब से बांटने का काम किया गया है। देश में अभी भी जिले रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में बंटे हुए हैं, लेकिन अबकी बार इसके पैमाने को बदला गया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े तैयार किए गये हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा केस की संख्या, डबलिंग रेट और टेस्टिंग के हिसाब से जिलों की नई लिस्ट तैयार की गई है. इसमें बताया गया है कि कौन सा जिला किस जोन में आता है और किस तरह सख्ती बरती जाएगी। नए नियमों के अनुसार, अब अगर किसी जिले में 21 दिनों से कोई कोरोना वायरस का नया केस नहीं आता है, तो वह ग्रीन जोन में आएगा. पहले ये समय 28 दिनों का था। 3 मई के बाद की लिस्ट के लिए 130 जिले रेड जोन, 284 ऑरेंज जोन और 319 जिले ग्रीन जोन में शामिल किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी भी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद को रेड जोन में ही रखा है. इसके अलावा महाराष्ट्र के 14, दिल्ली के 11, तमिलनाडु के 12, उत्तर प्रदेश के 19, बंगाल के 10, गुजरात के 9, मध्य प्रदेश के 9, राजस्थान के 8 जिले रेड जोन में शामिल हैं. बिहार के 20, उत्तर प्रदेश के 36, तमिलनाडु के 24, राजस्थान के 19, पंजाब के 15, मध्य प्रदेश के 19, महाराष्ट्र के 16 जिले ऑरेंज जोन में शामिल हैं. वहीं, असम के 30, छत्तीसगढ़ के 25, अरुणाचल प्रदेश के 25, मध्य प्रदेश के 24, ओडिशा के 21, उत्तर प्रदेश के 20, उत्तराखंड के 10 जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं।
अगर एनसीआर की बात करें तो दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में हैं, हरियाणा का गुरुग्राम ऑरेंज और फरीदाबाद रेड जोन में है। उत्तर प्रदेश का गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, आगरा, सहारनपुर रेड जोन में और गाजियाबाद, हापुड़, शामली ऑरेंज जोन में है. इन सभी जिलों में राज्यों के अनुसार समय समय पर बदलाव भी हो पाएंगे।