देश में कोरोना के मामले दिन-प्रतिदिन लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। अब हर दिन 35 हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। कोरोना के संक्रमण का इलाज कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या दोगुनी हो सकती है. ऐसे में देश के तमाम राज्यों के क्षेत्रों में फिर से लॉकडाउन लगाया गया है।
20 जुलाई से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक फिर से लॉकडाउन लगाया गया है। लखनऊ के चार इलाके इंदिरा नगर, गाजीपुर, आशियाना, सरोजनी नगर में सोमवार को रात 10 बजे से सपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा रहा है। लखनऊ के डीएम का कहना है कि राजधानी के इन इलाकों से सबसे ज्यादा कोरोना के मामले आ रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन इलाकों को 24 जुलाई तक कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि इन जगहों पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां बंद रहेंगी. प्रशासन ने बिना किसी कारण बाहर घूमने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं. लॉकडाउन प्रभावित इलाकों में सार्वजनिक यातायात पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इमरजेंसी में आवागमन के लिए लोग निजी वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं. हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन जाने के लिए साथ में टिकट रखना आवश्यक होगा.
बताते चलें कि लखनऊ में मंत्री, IPS अफसर समेत 224 में कोरोना की पुष्टि हुई है. IPS नवनीत सिकेरा, मंत्री कमल रानी वरुण भी कोरोना पॉजेटिव पाए गए हैं. लखनऊ में कुल 4,009 कोविड-19 के मामले हैं. इनमें से 1453 लोग ठीक भी हो चुके हैं और 47 लोगों की मौत हो चुकी है. यूपी के गौतमबुद्ध नगर में भी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. नोएडा में 4,144 कोविड-19 केस हैं और 39 लोगों की मौत हो चुकी है. बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार बेहद सख्ती बरत रही है. राज्य में अब शनिवार और रविवार को भी लॉकडाउन रहता है.