विभू ग्रोवर
भारत और पाकिस्तान के बीच अब तनाव पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर शुरु हो गया है .अपनी नापाक हरकतों के चलते भारत से हर रणनीतिक मोर्चे पर मात खा रहा पाकिस्तान अब भारत के जम्मू कश्मीर प्रांत में इस्लाम के नाम पर भोले भाले कश्मीरी युवाओं तथा गरीबी भूख और बेरोजगारी से तंगहाल पाकिस्तानी युवाओं का माइंडवाॅश करके उन्हें भारत में खून खराबा कराने के उद्देश्य से दहशतगर्दी में झोंक रहा है ।जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में भी सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई मुठभेड़ वाली जगह पर हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी छिपे हुए थे . सेना ने दोनो आतंकियो को भी मार गिराया है. माना जा रहा है कि जिन आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ में मौत हुई उनमें से एक आतंकी कश्मीर का था, जिसकी पहचान हो चुकी है।
रिपोर्ट के मुताबिक सेना और आतंकियों के बीच ये मुठभेड़ डोडा के गुडुना इलाके में हुई . आतंकी घरों की आड़ लेकर छिप जाते हैं तथा स्थानीय लोगों को बंधक बनाकर उनकी आड़ लेकर सेना को निशाने पर लेते हैं.कश्मीर में पाकिस्तान समर्थक आतंकवादी आजकल अंतिम तथा हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं पाकिस्तानी सेना वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सहयोग से पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में इस्लामी जेहाद के नाम पर कश्मीरी और पाकिस्तानी युवाओं का ब्रेनवाॅश कर कश्मीर मे खून खराबे के लिए भेज रहे हैं तथा एक और सीमा क्षेत्रों मे बर्फ पिघलने के साथ ही पाकिस्तान की ओर से दहशतगर्दों की घुसपैठ में तेजी आई है।
असल में पाकिस्तान भारत के जम्मू कश्मीर राज्य में अब दहशतगर्दी में इसलिए भी तेजी लाने के प्रयास में जुट गया है क्योंकि उसे अब अपने अवैध कब्जे वाले कश्मीर के क्षेत्र को खोने का खतरा सताने लगा है.भारतीय सी•डी•एस जनरल विपिन रावत पहले ही कह चुके है कि चंद घण्टों में भारतीय सेना पाक अधिकृत कश्मीर पर कब्जा कर लेगी तथा भारतीय सेना इस कार्यवाही के लिए किसी भी समय तैयार है.जनरल विपिन रावत के इस बयान के बाद पाकिस्तान की सेना में भारतीय सेना के सम्भावित हमले के डर से हड़कम्प मच गया है .
सूत्रों से छन छन कर आ रही रिपोर्टों के अनुसार भारत के सम्भावित हमले के डर से पाकिस्तानी सेना अपने अवैध कब्जे वाले कश्मीर के भारत की सीमा से लगते नियंत्रण रेखा पर भूमिगत बारूदी सुरंग बिछाने का कार्य कर रहा है।असल में पाकिस्तान सरकार की अपने देश में कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के असफल प्रयासों को लेकर पाकिस्तान में खूब किरकिरी हुई थी तथा लोग खुले आम सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. पहले से ही भुखमरी, बेरोजगारी तथा आसमान छूती मंहगाई को काबू करने में पाकिस्तान की सरकार असफल साबित हो रही थी. अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष से भी पाकिस्तान ने बड़ा कर्ज ले रखा है .पाकिस्तान अपने देश की जनता का ध्यान बुनियादी समस्याओं से हटाने के लिए भारत के साथ तनाव बढाने का प्रयास कर रहा है तथा अपने इसी प्रयासों में उसने भारत के कश्मीर राज्य में दहशतगर्दी तथा घुसपैठ तेज कराने के प्रयास प्रारम्भ कर दिए हैं .पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को भारतीय सीमा क्षेत्रों में प्रवेश दिलाने के मकसद से लगातार भारतीय क्षेत्रों मे हल्के तथा मध्यम दूरी के हथियारों का उपयोग कर सीजफायर का उल्लघंन कर रही है और इसका जवाब भी भारतीय सेना कठोरता से दे रही है। असल में पाकिस्तान सरकार तथा उसकी सेना अच्छी तरह से जानती है कि वह सीधी लड़ाई में भारत को नही हरा सकती है अतः वह आतंकवाद के सहारे अपने मंसूबे साकार करने के निर्थक प्रयास करता है.,
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तो पहले ही कह चुके हैं कि हम भारत का मुकाबला करने की ताकत नही रखते हैं , लेकिन पाकिस्तान की अंदरूनी समस्याओं तथा वहां के ताकतवर मजहवी कट्टर संगठनों को खुश रखने तथा हाफिज सईद,जकी उररहमान लखवी तथा मौलाना अजहर मसूद जैसें दुर्दांत आतंकवादियों को अनैतिक समर्थन देना इमरान खान की मजबरी बन चुकी है. वैसे भी इमरान खान पाकिस्तानी सेना का मुखौटा है तथा सभी नीतिगत और दूसरे देशों में आतंकवाद को प्रोत्साहन के फैसले पाकिस्तानी आर्मी लेती है .जनरल कमर जावेद वाजवा को पाकिस्तानी सेना प्रमुख के रूप मे तीन साल का सेवा विस्तार देना भी पाकिस्तान की सेना की कठपुतली सरकार की ओर इशारा करती है .
असल मे पाकिस्तानी सेना को विलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) तथा नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग से इतर एक इस तरह की कमजोर पार्टी की जरूरत थी जो उसका लोकतांत्रिक मुखौटा बनकर काम करती और इसके लिए उनके सामने थी इमरान खान की एक कमजोर राजनैतिक पार्टी तहरीके इंसाफ पार्टी , जो सेना का लोकतांत्रिक मुखौटा बनकर सत्ता में रहती लेकिन पाकिस्तान में सत्ता में सभी फैसलों मे चलेगी सेना की ही