विभू ग्रोवर
पाकिस्तान जैसा नापाक मुल्क बार बार भारत के खिलाफ साजिश रचता है और हर बार मुंह की खाता है, लेकिन यह बेशर्म मुल्क फिर अपनी शैतानी साजिशों का ताना बाना बुनने लगता है। विगत 2019 मे पुलवामा अटैक के बाद भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक तथा एयर स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान सुधरने की जगह फिर से अपने शैतानी हरकतों में जुट गया है, असल में यह शैतान मुल्क जानता है कि वह सीधे युद्ध में भारतीय सेनाओं के आगे टिकने की हैसियत नही रखता, इसलिए उसने आतंक का सहारा लेकर भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रखा है तथा पाकिस्तान की सेना सीधे भारत का मुकाबला करने के बजाए अपनी सेना के बार्डर एक्शन टीम के कमांडो जिसमें पाकिस्तानी सैनिक तथा आतंकवादी शामिल रहते हैं, उन्हें सीमा पार करवा कर भारतीय सेनिकों पर छुपकर हमले करवाने का काम करती है।
इसके साथ ही पाकिस्तान के पाले हुए तीन अजगर जिनमें अजहर मसूद, हाफिज सईद तथा सैयद सलाउद्दीन अपने भारतीय हैंडलर की मदद से भारत के जम्मू-कश्मीर प्रांत तथा दूसरे भागों में आतंकवादी वारदातों को अंजाम देते है तथा पाकिस्तान से पंहुचाये जाने वाले विस्फोटकों से भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने का प्रयास करते हैं। भारतीय सुरक्षा बल कश्मीर में लगातार पाकिस्तान समर्थक आतंकवादियों कों मौत के घाट उतार कर जहन्नुम भेज रहे हैं तथा अब ये आतंकवादी कश्मीर में हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं। कश्मीर में आतंकवाद की लगभग कमर टूट चुकी है और हिजबुल मुजाहिद्दीन,जैश-ए-मुहम्मद तथा लश्कर ए तैयबा अब एक साथ आकर अपने लिए छुपने के लिए बिल तलाश रहे हैं, दूसरी ओर इनका आका पाकिस्तान इन पर जम्मू कश्मीर में खून -खराबा तेज करने का दबाव बना रहा है,
इसी क्रम मे विगत दिवस पाकिस्तान की मदद से इन आतंकवादियों ने पुलवामा पार्ट- 2 दोहराने की बड़ी साजिश रची, जिसे सुरक्षा बलों ने समय रहते पहचान लिया और साजिश को नाकाम कर दिया। आतंकवादियों का मकसद सेना के 20 वाहनो को निशाना बनाकर भारतीय सुरक्षा बलों के 400 जवानों को विस्फोटक से उड़ाने की थी। जैश-ए- मुहम्मद, लश्कर ए तैयबा तथा हिजबुल मुजाहिदीन जो कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन हैं इनकी संयुक्त टीम द्वारा यह साजिश रची गई जिसमें 50 किलो आरडीएक्स का उपयोग कर सुरक्षा बल के जवानो को विस्फोट के द्वारा उड़ाने की योजना थी, समय रहते इस साजिश को पहचान लिया गया तथा बम निरोधक दस्ते ने नियंत्रित विस्फोट कर इसे निष्क्रिय कर दिया। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान समर्थक इन तीनों आतंकी संगठनों के निशाने पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का काफिला था, आतंकवादियों ने इसके लिए 50 किलो आईईडी विस्फोटक से लदी कार का उपयोग कर विगत दिवस केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले को निशाना बनाने जैसी योजना बनाई थी, लेकिन सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी दिखाते हुए सुबह छः बजे ही नियंत्रित विस्फोट कर इस आईईडी विस्फोटक को नष्ट कर दिया। यह घटना पुलवामा के राजपोरा क्षेत्र के अंतर्गत आयगुंड की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मामले की जांच प्रारम्भ कर दी है।
बताया जा रहा है कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का यह काफिला श्रीनगर से जम्मू के लिए निकलना था जिसे आतंकवादी निशाना बनाना चाहते थे। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर विस्फोटक लदे वाहन की पहचान की गई तथा सुरक्षाबलों के बम निरोधी दस्ते ने इसे नियंत्रित विस्फोट कर निष्क्रिय कर दिया। पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को भी आतंकवादियों ने इसी तरह से विस्फोट कर सीआरपीएफ की एक गाड़ी को निशाना बनाया था, जिसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के चालीस जवान शहीद हो गये थे। असल में सेना द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन आल आउट के तहत घाटी में पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों का लगातार खात्मा किया जा रहा है जिससे आतंकवादियों की घाटी मे कमर टूट चुकी है ये पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी जिनके मुखिया सैयद सलाउद्दीन, हाफिज सईद तथा मौलाना अजहर मसूद को पाकिस्तान ने एक साथ आने का आदेश दिया है जिसकी बुनियाद पर ये आतंकी संगठन अब घाटी में अपनी बची कुचि ताकत समेट कर एकजुट होकर घाटी मे अपनी मौजूदगी जाहिर कराना चाह रहे हैं, पाकिस्तान इन्हें हथियार और विस्फोटक उपलब्ध करवा रहा है लेकिन इस बार सजग भारतीय सुरक्षाबलों ने समय रहते पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के नापाक मंसूबे असफल कर दिए।